एक मुलाक़ात....❣️( भाग - 14 )
सब अनीशा को ढूंढन रहे थे काफी देर तक ढुंढने पर भी अनीशा नहीं मिली तभी आरव कि नजर यूनिवर्सिटी के पूल साइड पर गई जहां कोई पूल में पैर डाल कर बैठा था आरब के कदम उस तरफ चल दिए पास पहुँचने पर पता चला वो और कोइ नहीं अनीशा है उसे वहां ठीक देखकर आरव को सुकून मिला वो आगे बड़के उसके पास गाया और बोला
"ऑ हेलो मिस बकबक तुम यहां आराम फर्मा रही हो हम पागलो कि तरह तुम्हे ढुंढ रहे है आना था तो बता के आना चाहिए था न " !!
अनीशा तो वैसे हि थोड़े नशे में थी आंखे आधी बंद हो रही थी,,,,,,अपनी नशीली गेहरी आंखो से अनीशा आरव को घूरते हुएं कहती है "देखो मिस्टर छेंगुर पहली बात तो ये कि तुम मुझ पर न चिल्लाओं मत"
आरव कुछ बोलने को हुआ अनीशा अपनी होटो पर उंगली रखकर उसे चुप करते हुए बोलती है "शश्श्श,,,,,अभी मेरी बात पूरी नही हुई समझे तो फिंगर ऑन यॉर लिप्स,,,,,,,,आरव चुपचाप मुंह पर उंगली रख लेता है
अनू लडखड़ाते हुए झूले पर बैठ जाती है और बोलती है,,,, "हां तो क्या बोल रही थी मैं "
आरव = "कि मुझ पर चिल्लाओ मत"......
ये सून अनू पहले उसे अधखुली आंखों से घूरती है फिर कहती है "बोला था मैने कि मुंह पर हाथ रखो जब मैं बोलूंगी तब बोलना"
आरव जान गया था कि अनीशा होश में नही है शायद इसलिए वो भी शांति से "हां" में गर्दन हिला कर अनिशा की बाते सुन रहा था।।
अनीशा = "दूसरी बात सुनो एक तो तुम न इतने स्वीट क्यूट हो और आज तो एक दम जहर लग रहे हो,,,,,,, लडकियो को मारने का इरादा है क्या आज (उसकी बात सुन आरव हैरान 😲रह गया और शक याकिन में बदल गया कि जरूरत इसने कुछ पीया है वरना तो अनीशा ऐसे कभी नही बोलती उससे सिर्फ लड़ाई करने के सीवा )
अनू = "पता है मिस्टर छेंगुर तुम्हे देख कर न लगता हैं कि प्यार न हो जाए तुमसे,,,,और एक बात बताऊ शायद न मुझे तुमसे न प्यार हो गया😄,,,,,,, क्योंकि जब तुम सामने होते हो या आसपास होते हो तो ये (अपने दिल की तरफ उंगली करके) इसकी तरफ्तार न बुलेट ट्रेन से भी तेज हो जाती है और पता नही क्यो कुछ दिनों से सपनो में भी आने लगे हो ।। (अनीशा बोले जा रही थी और आरव उसे सुन रहा था,,,,,,खुश था वो कि अनीशा भी वो सब फील करती है जो वो भी कर है) वो अपने सोच में गुम हो जाता है ।।
अनीशा उठके उसके पास आ जाती है आरव के दोनो गालो को पकड कर खिचते हुए बोलती है = "पता है मिस्टर छेंगुर तुम न बडे क्यूट हो और जब हंसते हो तो ये जो डिम्पल होते है न सच्च कमाल के लगते है और तुम और भी क्यूट लगते हो"
इतनी बार अनीशा के मुंह से क्यूट शब्द सुन कर आरव के गाल शर्म से लाल हो चुका थे🙈🙈
अनीशा आगे बड़ी तभी उसका पैर फिसल गया और वो पुल में गिरने को हुई आरव उसे बचाने के चक्कर में उसके साथ हि पुल में गिर गया,,,,,, दोनो एक दूसरे कि आंखों में देखे जा रहे थे,,,,,,,अनीशा अभी भी हलके नशे में थी उसके आँखे बार बार झपक जाती गिले बिखरे बाल उसके चहरे पर आ रहे थे,,,,,,, एका एक आरव का हाथ अनीशा की तरफ बड़ गए अनीशा बस उसके मासूम चहरे को देख रही थी,,,,,,,आरव उसके बालों को पीछे करता है जिससे उसकी उंगली अनीशा के गालो पर छु जाती है,,,,,, जिससे एक हवा के झोके के साथ अनु के शरीर में एक सिहरन सी दौड़ पड़ती है और वो आंखे बंद कर लेती है।
तभी अंदर हॉल मे एक गाना बजता है ,,,,,
कहते हैं ख़ुदा ने इस जहाँ में सभी के लिए,,,,,,
किसी ना किसी को है बनाया हर किसी के लिए
तेरा मिलना है उस रब का इशारा मानो,,,,,,
मुझको बनाया तेरे जैसे ही किसी के लिए
कुछ तो है तुझ से राबता,,,,,,,,कुछ तो है तुझ से राबता
कैसे हम जाने, हमें क्या पता कुछ तो है तुझ से राबता
दोनो अभी भी एक दूसरे में खोए थे तभी अनीशा अचानक उसकी बाहों में गिर कर बेहोश हो गई,,,,,,,आरव घबरा गया और उसने जल्दी से अनु को बाहर निकाला और बैंच पर लेटा दिया अपनी ब्लेजर उतार के अनु को ऊड़ा दिया फिर और सब को कॉल करके बुला लिया थोड़ी देर मे सब वहा आ गए,,,,,अनु नशे में थी तो सब ये सोच कर टैंशन में थे कि इस हालत में अगर घर गई तो सब खामखा परेशान हो जाएंगे,,,,,तो क्या किया जाए
आरव बोला = "एक काम करते हैं इसे लेकर आज मेरे फार्म हाउस चलते है मिशा और तू भी चल कल ठिक हो जाएंगी
मिशा(कुछ सोचते हुए )= "यार एक बात समझ नही आ रही कि इसे नशा कैसे हुआ,,,,,, पहली बात यहां कोई ऐसा डिक नही है और दूसरा अनिशा डिंग्स को देखती भी नहीं तो पीना दूर कि बात है "
आरव= "हम्म ये तो है पर इसके बारे में बाद में सोचेंगे पहले इसे लेकर चले गिली हो चुकी और रात का टाइम है तबियत खराब हो जाएगी '' फिर सब अनु को लेकर कॉलेज से निकल जाते है और घर पर बहाना बना देते है कि आज दोस्त लोंग नाइट आऊट पर जा रहे है ।।
दूर गड़ी एक काले रंग की ऑडी में एक लड़का गुस्से में उन सब को देख रहा था खासकर आरव को जिस ने इस वक्त अनु को गोद में उठा रखा था तो लडका अपना एक हाथ जोर से स्ट्रेरिंग पर मारता है और बोलता है "इसकी हिम्मत भी कैसे हुई मेरी......मेरी एनी (अरे वही वाला लड़का जिसने नशे कि दवा दि थी ) को छुने की उसके इतना करीब आने कि अनु सिर्फ मेरी है और जो मेरा होता है उसे तो मैं अपना बना कर रहता हूँ और जो बीच में आएगा उसे में बर्बाद कर दूंगा और ये "विद्युत सैठी" का वादा है खुद से (और एक जहरीली मुस्कान देकर गाड़ी लेकर वहा से चला जाता)
आरव अनीशा नील मिशा विवान सब आरव के फार्म हाउस पर आ गए थे,,,,, आरव ने अनु को रूप में लेट दिया मिशा को कुछ अवनी के कपड़े दे दिये (जो वहां थे क्योंकि यें फार्म हाउस उन दोनों का हि था जहां वो लोगा फैमली टाइम इंजोए करने आते थे) मिशा ने कपड़े लिए और अनु का गिला कपड़ा बदल दिया,,,,
करीब दो ढ़ाई घण्टे बाद अनू नींद से जगी उसका सर भारी हो रहा था उसने अपना सर पड़कर वो उठी अपने आपको अंजान जगह देखकर वो थोड़ी हैरान हो गई,,,,,,,तभी कमरे का गेट खुला और आरव अंदर आया उसके हाथ में नींबू पानी था,,,,,,उसने ग्लास अनु को दिया
अनू अपनी एक आइब्रो ऊपर करके इशारा करती है जैसे पूछ रही हो कि "ये क्यू"
आरव मुस्कुराते हुए बोला = "शाम को तुम ने ड्रिंक कि थी शायद,,,,,इसलिए हम तुम्हे यहां ले आएं और ये इसलिए क्यूँकी उसकी वजह से तुम्हारे सर में दर्द होगा तो पी लो आराम मिलेगा"
अनु चुपचाप वो पि लेती है पर उसे ऐसा लगता है आरव उसे हि एकटक देख रहा है वो उसे देखती है तो आरव बड़ी शिदत से उसे देख रहा था उसकी नजर अपने पर देख अनु थोडा हड़बडा गई,,,,, दिल में अजीब सी बैचेनी होने लगी और वो उठ के जाने लगी कि तभी आरव ने उसका हाथ पकड़ लिया अनु तो जैसे जम सी गई उसके छुने से
आरव उसके पास आकर बोला = "एक बात बताओ वैसे तो तुम मुझे खाने को दोड़ती हो कि बस मिल जाऊ तो कच्चा चब्बा जाओं,,,,, पर मेरे करीब आने से इतना खबर क्यों जाती हो,,,,,डर है क्या कि कही तुम्हे मुझसे प्यार न हो जाएं मेरी आंखों में न खो जाऊ बोलो (आरव उसके मन की बात जान चुका था वो बस उसकी भावनाओ को उकेर रहा था )
अनु (झुंझलाते हुए बोली) = "ये.... ये क्या बकवास कर रहे हो ऐसा कुछ नही है और पूरी दुनिया में मुझे और कोई नही मिला क्या जो तुमसे प्यार करूंगी,,,,, ये सपने मत देखो समझे मिस्टर छेंगुर आखिरी इंसान भी होगे न तो भी नही करूंगी"
आरव (अपने बालो में हाथ फेरते हुए बोलता है) = "ऐसा है मिस बकबक प्यार तो आपको होगा और होगा क्या हो गया और ये बात तुम........वो आगे कुछ कहता मिशा और नील वहां आ गए और आरव कि बात अधुरी रह गई।।
नील मिशा अनु के पास आएं उसकी तबियत पूछी और उसे लेकर जाने लगे अनु ने एक बार मुड के आरव को देखा आज वो कुछ बदला सा लग रहा था उसकी आंखों में आज कुछ अलग हि कशिश थी अनु ने उसे देखा आरव ने उसे देख मुस्कुराते हुए उसे हल्की सी आंख मार दि,,,,,,,अनु ने देखा तो सकपका गई उसे मिशा का हाथ पकड़ा और जल्दी से रूम के बाहर आ गई
अनु मन में "ये कैसी हरकते कर रहा है सुबह तक तो ठीक था,,,,,अचानक प्यार का भुत कैसे चड़ गया,,,,,,और कैसी बहकी बहकी बाते कर रहा था कि मुझे इससे प्यार और और अभी आंख मारी उसने मुझे नही नही दूर दूर रहना पड़ेगा इससे ये पागल कर देगा मुझे अपने बड़बड़ाते हुए वो नील के साथ वहां से निकल गई"!!!
कमरे आरव अभी भी मुस्कुरा रहा था बालो में हाथ फेरते हुए बोला "मिस बकबक आज तो तुम्हारे दिल की बात भी पता चल गई बस अब तुम्हारे मुह से भी पूरे होशो हवास में सुनना चाहता हूँ और बस पोच दिन तुम खुद मेरी आंखो में आंखो डाल के अपने प्यार का इजहार करोगी,,,,, यही सोचते सोचते वो सो जाता है !!!
अगले दिन कॉलेज में !!!!
कैंटिन में बैठे नील मिशा कुछ बाते कर रहे थे और शायद बहस भी तभी वहां आरव विवान आएं,,,,दोनों को सोचते हुए देखा तो आरव ने पूछा
आरव = "क्या हुआ गाइस तुम दोनो किस सोच में डूबे हो (और चारों तरफ नजर घुमा के बोला )और वो मिस बकबक कहां है दिख नही रही ??
मिशा = "वो नहीं आई सर दर्द था उसका कल कि वजह से "
आरव (मायूस होकर) =ओह तब ठीक है !! आराम करने दो !! वैसे तुम दोनो क्या सोच रहे थे !!
नील = "वो दो दिन बाद अनिशा का बर्थडे है तो उसके लिए सप्राइज पार्टी रखनी है पर कुछ अलग तरह से देना है सप्राइज तो बस वही सोच रहे है पर !! (मिशा को चिढ़ाते हुए) इस मंदबुद्ध के दिमाग में कोई आईडिया आ हि नही रहा है "
मिशा (उसे घूरते हुए उसके बाल खिचते हुए बोली)= "कमीने में मंदबुद्ध नही और अभी तक इतने आइडिया बता चुकी हूँ तुझे ही नखरे आ रहे है " (उसे ऐसे गुस्से मे बाल नोचता देख विवान ने अपनी हुड्डी को सर पर डाल लिया😂)
नील (अपने बालों को छुड़ाते हुए बोला)= "अरे छोड मेरे बाल चूड़ेल इतनी मुश्किल से सेट किए है"
आरव (दोनों को शांत कराते हुए बोला) = "ये क्या तुम दोनो बच्चों के जैसे लड रहे हो शांत बैठो और सुनो मेरे पास एक आइडिया है यूनिक सा,,,,,,दोनो शांत हो जाते हैं आरव दोनो को अपना आइडिया बताता है"
नील = "अबे पागल हो गया है देख तरीका तो नया है,,,,,, पर वो सुनाएगी बहुत बाद में मुझे,,,,,,उसकी पिटाई नही खानी "
मिशा = "नही मुझे पसंद आया ये आइडिया तो तैय रहा अनु की सप्राइज का प्लेन यही होगा !! फिर क्या नील को मानना पड़ा नील वि वान अपने चारों के लिए ओडर देने चले गए !!
मिशा (अारव को देख कर बोली) = "परसो मोका अच्छा है वैसे,,,,,,, बोल देना अपने दिल की बात मोहतमा से !!
उसकी बात सुन आरव उसको हैरानी से देखने लगा मिशा मुस्कुराते हुए बोली = "क्या ऐसे क्या देख रहे हो,,,,,,बेटा तुम्हे क्या लगा मेरी दोस्त को पसंद करोगे,,,,, प्यार भरी नजरो से ऐसे देखोगे और तुम्हारे जज्बात हमें पता नही चलेंगे,,,,,मुझे पहले दिन से ही लगा था यू लाइक हर!!
आरव (सर झुका के मुस्कुराते हुए बोला)!!येस आए लाइक हर !! पर यार वो भी करती है पर बोलती नहीं कल नशे में उसने मुझसे कहा भी हलाकी पूरी तरह से कंफेस नहीं किया पर बोला उसने ।।
मिशा = "टेंशन मत लो मैं हूँ न हम मिलकर उसके दिल की बात जुबा पर लाएंगे !! तभी पीछे से आवाज आई "हम भी है और हम भी साथ देंगे"
आरव ने पीछे देखा नील विवान मुस्कुरा रहे थे वो बोल "तुम दोनों ने सुन लिया"
नील = "सुन लिया क्या हमे तो पता ही था" आरव ने शर्म से सर झुका लिया तीनो ने थोड़ी बाते कि हंसी मजाक किया और क्लास में चले गए !!
अनू का घर
अनू अपने रुम किखिडकी के पास खड़ी थी और कुछ सोच रही भी उसके दिमाग में आरव के हि ख्याल आ रहे थे,,,,,,,
तभी काव्या उसके रूम में आई वो अनू के फोन में फेस्ट की फोटो - विडियो देख रही थी उसने अनु से कहा "यार दिदू ये आरव न सच्ची कितने क्यूट है न हाय लडकियां तो दिवानी हो गई होंगी कल काश में भी कल वहां होती (अनू बस काव्या को घूर रही भी और काव्य भी शामद उसे जलाने के लिए बोल रही थी ) वो आगे बोली वैसे दिदू आप दोनों की जोड़ी बहुत मस्त लग रही है सच्ची !!
तभी सांची भी आ गई और बोल "किसकी जोड़ी अच्छी लग रही है कवी"
काव्या = "भाभी ये जोडी देखो और दोनों की फोटो सांची को दिखाती है"
अनु झुंझलाते हुए काव्या को तकिया से मारती है और बोलती है "अबे छोटी क्या बकवास कर रही है ऐसा कुछ भी नही है,,,,,,, सब एक हि बकवास कर रहे हो..... कल वो छेंगूर और आज तू "
काव्या = "छेंगुर कौन?....जीजू का निकनेक है क्या,,,,,वाह क्या प्यारा नाम है" और सांची को हाइफाई दे के हंसने लगी
अनु काव्या कि नोकझोक चलती रही आज अनू को भी फिल तो हुआ कि वो आरव से लडने लड़ते दूर भागते भागते और पास आ गई है उसके लिए अनू में भावनाएं जाग रही है,,,,,,कही न कही उसके दिल में भी आरव के लिए कुछ है,,,,,,पर अपने पास्ट को लेकर वो फिर से प्यार करने से डर रही है कि कही फिर से कोई उसका दिल ना दुखाए,,,,,,, इस बार तो वो पूरी टूट जाएंगी !!दोनो शात हुई और लंच करने चली गई
अगले दिन कॉलेज में
अनु कैंटिन में पहुंची तो वहां देख उसके चेहरे का रंग ऊड़ गया सामने कोई लडकि आरव के गले लगी हुई थी और आरव ने भी उसे टाइट हग किया हुआ था ये देख पता नही क्यो अनू के दिल में एक टिस सी उठी !!अनु मन में (मुझे क्यो इतना बुरा फिल हो रहा है किसी को भी गले लगाए मुझे क्या पर ऐसे कैसे कैसे किसी को भी गले लगा सकता है,,,,,,अरे कॉलेज कैंटिन है शर्म वर्ग है कि नहीं 😏 वो झुंझलाते हुए क्लास की तरफ चली गई मिशा जो उसके बगल में खड़ी थी उसे भी खीच कर ले गई!!
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Thank you 🙏🙏🙏🙏
Don't forget to comment b-byy see you 😊😊
✍✍ सुधा यादव
Rohan Nanda
02-Feb-2022 12:17 AM
Very nicely written
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Sandhya Prakash
01-Feb-2022 03:02 PM
Ye lo kahnai me ek or intresting mod... Bechari anu...🤭🤭
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Arshi khan
27-Jan-2022 12:25 AM
Anu to jalan feel kr rhi lgta h, ye arav aur Anu 😍😍😍😍😍😍 achchi khani h
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